Festival Wishes Shayari
अब और मंजिल पाने की हसरत नहीं रही
अब और मंजिल पाने की हसरत नहीं रही,?
किसी की याद में मर जाने की फितरत नहीं रही,✌
आप जैसा दोस्त जब से मिला है,?
किसी और को दोस्त बनाने की जरुरत नहीं रही।?
अब और मंजिल पाने की हसरत नहीं रही,?
किसी की याद में मर जाने की फितरत नहीं रही,✌
आप जैसा दोस्त जब से मिला है,?
किसी और को दोस्त बनाने की जरुरत नहीं रही।?