मैं तोड़ लेता अगर वो गुलाब होती! मैं जवाब बनता अगर वो सवाल होती! सब जानते हैं मैं नशा नहीं करता, फिर भी पी लेता अगर वो शराब होती!
Read MoreAuthor: Vinod Bagra
देखूँगा कभी ऐ शऱाब, तुझे अपने लबों से लगाकर, तू मुझमे बसेगी, कि मैं तुझमें बसूँगा।
Read More